जादुई लहंगा और शापित भिखारी (Jadui Lehenga Aur Shapit Bhikari): एक दिन रानी राजा के साथ जंगल से गुजर रही थी तभी उसकी नज़र एक पेड़ के नीचे एक भिखारी पर पड़ी जो बहुत रो रहा था उसको देखकर रानी को बहुत दया आयी और उसने राजा से रुकने को कहा और उस भिखारी के पास जाकर पूछा की आप यहाँ इस जंगल में क्या कर रहे हैं इतने दुखी क्यों है।

भिखारी ने बताया कि वह वास्तव में एक राजकुमार है, लेकिन उसे एक बुरी आत्मा ने शाप दिया है। शाप के कारण वह एक भिखारी बन गया है।
रानी को भिखारी की बात सुनकर बहुत दुख हुआ। उसने भिखारी को अपना जादुई लहंगा पहनाया।
जैसे ही भिखारी ने जादुई लहंगा पहना, वह एक राजकुमार में बदल गया। राजकुमार बहुत खुश हुआ । उसने रानी को धन्यवाद दिया।
राजकुमार ने रानी से कहा, मैं तुम्हारी दया और अच्छाई को कभी नहीं भूलूंगा। राजकुमार ने रानी को वचन दिया की उनको जिंदगी में कभी भी उनकी मदद की जरूरत पड़ी तो वो उनकी जरूर मदद करेंगे और उनका ये अहसान हमेशा याद रखेंगे ।
रानी ने कहा, “तुम्हें मेरे लिए कुछ करने की जरूरत नहीं है। बस दूसरों की मदद करो और हमेशा खुश रहो।” राजकुमार ने रानी की बात मान ली। उसने अपने राज्य में लोगों की मदद करना शुरू कर दिया। वह एक महान राजा बना।
इस तरह जादुई लहंगा और शापित भिकारी कहानी (Jadui Lehenga Aur Shapit Bhikari Story) का सुखद अंत हुआ