जादुई लहंगा और रानी मछली (Jadui Lehenga Aur Rani Machhli) : यह कहानी रानी और उसकी कोशिश की है जो भयंकर सूखे से अपने राज्य को बचती है।
एक बार, रानी एक तालाब के किनारे बैठी थी। वह बहुत उदास थी क्योंकि उसके राज्य में एक भयंकर सूखा पड़ा था। लोग और जानवर पानी के लिए तड़प रहे थे।

रानी को एक युक्ति सूझी और तुरंत उसने अपना जादुई लेहेंगा पहना और तालाब में उतर कर एक मछली का रूप धारण कर लिया और निचे जाकर उसने सभी मछलियों को अपने मुश्किल हालात में मदद करने के लिए बोला
सभी मछलियाँ मदद के लिए तैयार हो गईं सभी ने एक साथ दिन साथ दिन-रात काम किया और कुछ ही दिनों में उन्होंने तालाब को और गहरा कर दिया और कुछ दिनों बाद, तालाब पूरी तरह से भर गया।
रानी और सभी मछलियों की कड़ी मेहनत की वजह से सभी लोगों और जीवो को पानी मिल गया और सभी लोगों को भयंकर सूखे से मुक्ति मिल गयी
इस मुसीबत में रानी की सूझबूझ और जादुई लहंगे की सभी ने बहुत तारीफ की और रानी को दिल से धन्यवाद दिया।
रानी बहुत खुश थी कि वह अपने राज्य के लोगों की मदद कर सकी।
इस तरह जादुई लहंगा और रानी मछली कहानी (Jadui Lehenga Aur Rani Machhli) का सुखद अंत हुआ।